हार्डी संधू आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं. आज वह अपना 37वां जन्मदिन मना रहे हैं. बता दें कि उन्होंने ‘तितलियां’, ‘सोच’, ‘नाह सोनिए’, ‘टकीला शॉट’ , ‘हॉर्न ब्लो’ जैसे गानों से लोगों के बीच एक अलग ही पहचान बनाई है.
मगर, दिलचस्प बात यह है कि हार्डी संधू ने कभी सिंगर बनने के बारे में नहीं सोचा था. जी हां, सिंगर बनने से पहले हार्डी क्रिकेटर बनना चाहते थे. मगर, एक हादसे ने उनका यह सपना तोड़ दिया.
बता दें कि हार्डी संधू का जन्म 6 सितंबर 1986 को पटियाला में हुआ था. उनका नाम हरविंदर सिंह संधू है.आज हार्डी को अच्छे सिंगरों में आंका जाता है. हार्डी ने अधिकत्तर पार्टी वाले सॉन्ग्स ही दिए हैं. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि हार्डी ने कभी सिंगर बनने का ख्वाब देखा ही नहीं था, बल्कि वह तो भारतीय क्रिकेट टीम में शामिल होना चाहते हैं. हार्डी की आवाज अच्छी थी लेकिन बचपन से ही वह क्रिकेट के दीवाने थे और भारत के लिए अंडर-19 टीम में उनका चयन भी हुआ था.
सिंगिंग में आने से लगभग एक दशक पहले तक हार्डी ने क्रिकेट खेला है. वह बेहतरीन गेंदबाज थे. लेकिन एक बार उन्हें बैक फ्रैक्चर हुआ और वह बिना किसी को बताए खेलते रहे. लेकिन फिर उनकी हालत बिगड़ गई और उन्हें 6 महीने के लिए टीम से बाहर होना पड़ा. इसके बाद, वह फिर से खेलने लगे और उनका सिलेक्शन अंडर-19 वर्ल्ड कप के लिए भी हुआ था, पर इससे पहले उनकी कोहनी में चोट लग गई और वह खेल नहीं पाए .