लक्षद्वीप और मालदीव की चर्चा चारों ओर हो रही है. इसी बीच अब फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज (FWICE) ने बुधवार को सभी फिल्म निर्माताओं से मालदीव में अपनी शूटिंग बुकिंग रद्द करने की अपील की. FWICE ने एक प्रेस रिलीज जारी की है, जिसमें फिल्म निर्माताओं से भारत में लक्षद्वीप जैसी जगहों पर शूटिंग करने को कहा है और भारत में पर्यटन के विकास में योगदान देने का आग्रह किया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2 जनवरी को जैसे ही लक्षद्वीप के दौरे की फोटोज सोशल मीडिया पर शेयर की थी, जिसके बाद इस पर मालदीव की युवा अधिकार, सूचना और कला उपमंत्री मरियम शिउना ने आपत्तिजनक टिप्पणी की. बवाल बढ़ा तो इस पूरे मामले पर मालदीव सरकार ने अपना पक्ष रखा. दूसरी ओर भारत के विभिन्न क्षेत्रों के शख्सियतों ने मालदीव की मंत्री की टिप्पणी पर सख्त आपत्ति दर्ज की.
FWICE द्वारा मालदीव बॉयकॉट का निर्णय ने सोशल मीडिय पर हलचल मचा दी है. बात दें कि FWICE द्वारा जारी बयान में कहा गया है, ‘मालदीव के तीन मंत्रियों की ओर से अपमानजनक बयान पर भारत और मालदीव के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए, मीडिया और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में काम करने वाले वर्कर्स, टेक्नीशियन और आर्टिस्ट्स का सबसे पुराना और सबसे बड़ा निकाय FWICE विश्वस्टर पर सम्मानित पीएम नरेंद्र मोदी को लेकर मालदीव के मंत्रियों के गैर-जिम्मेदाराना और गलत टिप्पणी की निंदा करता है. राष्ट्र और इसकी व्यापक संस्कृति के साथ एकजुटता दिखाते हुए, FWICE ने फैसला किया है कि मालदीव और वहां के शूटिंग लोकेशन का बहिष्कार किया जाए. इसके बजाय FWICE अपने मेंबर्स से अपील करता है कि भारत में ऐसी ही किसी दूसरी जगह पर शूटिंग करें और भारत में पर्यटन के विकास में योगदान दें.’
इसके अलावा, इस प्रेस रिलीज में आगे ये भी लिखा है कि भारत और दुनियाभर के सभी निर्माताओं को सलाह दी जाती है कि वो मालदीव में किसी भी तरह की शूटिंग या प्रोडक्शन एक्टिविटी करने की योजना न बनाएं. हम सभी अपने पीएम और राष्ट्र के प्रति समर्थन में खड़े हैं. पीएम मोदी ने लक्षद्वीप दौरे के दौरान वहां के टूरिजम को प्रमोट किया है. इसके बाद मालदीव के मंत्रियों ने विरोध में टिप्पणी की. इसके बाद ये विवाद इतना बढ़ता चला गया कि मुइज्जू सरकार में मंत्री मरियम शिउना ने आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी.