ओशो और भारतीय मूल की स्विस महिला आनंद शीला के बीच काफी गहरे संबंध थे। आनंद एक ऐसी महिला थीं, जिनके सच को आज भी कई लोग जानना चाहते हैं।
बता दें कि ओशो के साथ, अपने संबंधों के अलावा वह कई और कारणों से भी हमेशा विवादों में रही थीं। उन पर हत्या और दूसरे मुल्क में हमले को अंजाम देने जैसे कई मामले दर्ज हैं।
लेकिन, जल्द ही उनकी जिंदगी के इस राज से पर्दा उठने वाला है। क्योंकि, 22 अप्रैल को उनके जीवन पर आधारित एक डॉक्यूमेंट्री नेटफ्लिक्स पर रिलीज होने जा रही है।
इस डॉक्यूमेंट्री का नाम सर्चिंग फॉर शीला (Searching For Sheela) है, जिसे करण जौहर के धर्मा प्रोडक्शन के तहत बनाया गया है।
सोमवार को करण ने सोशल मीडिया पर इसके ट्रेलर को जारी करते हुए लिखा कि आपने आनंद शीला को देखा, आपने उन्हें सुना है। अब वह अपनी कहानी आपको सुनाने के लिए खुद ही आ गयी हैं।
सर्चिंग फॉर शीला (Searching For Sheela) डॉक्यूमेंट्री में शीला आनंदी द्वारा शुरू किए रजनीश आंदोलन के बारे में बताया गया है। वह ओशो की सबसे बड़ी अनुयायी और करीबी थीं।
उन्होंने अपने जीवन में 39 महीनों तक जेल की सजा भी भुगती और अमेरिका में ओशो के आश्रम में रहने के दौरान उन पर कई आरोप लगे। उनका वास्तविक नाम शीला अंबालाल पटेल है और वह मूल रूप से गुजरात के बड़ौदा की रहने वाली हैं। 18 वर्ष की उम्र में वह पढ़ाई के लिए अमेरिका चली गई थीं और बाद में वह ओशो की अनुयायी बन गईं।
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