दक्षिण भारतीय फिल्मों के सुपर स्टार सूर्या को 2020 में आई फिल्म ‘सोरारई पोट्रु’ के लिए हाल ही में बेस्ट एक्टर के राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। बता दें कि इस फिल्म में उन्होंने कैप्टन गोपीनाथ की भूमिका को अदा किया था, जिन्हें देश में सबसे सस्ता एयर लाइन्स चलाने के लिए जाना जाता है।
बता दें कि एक समय था जब उन्हने इस इंडट्री में पहचान बनाने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ी थी। फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े होने के बावजूद उन्होंने काफी संंघर्ष किया है।। सूर्या तमिल एक्टर शिवकुमार के बेटे हैं लेकिन उन्होंने अपने दम पर इंडस्ट्री में पहचान बनाई।
सूर्या को फिल्मों में काम करने का ऑफर तकरीबन 20 साल की उम्र में ही मिल गया था। उन्हें 1995 में फिल्म ‘असाई’ में लीड रोल का ऑफर मिला लेकिन सूर्या को फिल्मों में कोई दिलचस्पी नहीं थी जिस वजह से उन्होंने वह ऑफर ठुकरा दिया। फ़िल्मी दुनिया में कोई ख़ास रूचि नहीं होने के कारण, उन्होंने कपड़े की फैक्ट्री में काम करना शुरू कर दिया था।
जिन दिनों सूर्या कपड़े की फैक्ट्री में काम करते थे, उस दौरान उन्होंने वहां के लोगों से अपनी पहचान छुपाकर रखी कि वह एक्टर शिवकुमार के बेटे हैं। करीब 8 महीने तक उन्होंने कपड़ा फैक्ट्री में काम किया और इस फैक्ट्री में काम के बदले उन्हें एक हजार रुपए हर महीने मिलते थे।
साल 1997 में उन्हें उन्हें निर्देशक वसंत की फिल्म ‘नेररुक्कू नेर’ अप्रोच की गयी । इस फिल्म के प्रोड्यूसर मणिरत्नम थे। मणिरत्नम की वजह से वो इस फिल्म के लिए मना नहीं कर पाए और साउथ इंडस्ट्री में उन्होंने अपना डेब्यू किया।