‘द केरला स्टोरी’ फिल्म को लेकर इन दिनों खबरों का बाजार पूरी तरह से गर्म है. बता दें कि हाल ही में इस फिल्म को ब्रिटेन में भी रिलीज किया गया है, जो लोगों को काफी पसंद आ रहा है.
बता दें कि भारत में यह फिल्म करीब 200 करोड़ रुपये की कमाई कर चुकी है. हालांकि इस फिल्म को कुछ राजनीतिक दलों और समूहों का विरोध भी करना पड़ रहा है, जिन्होंने दावा किया है कि फिल्म तथ्यों पर आधारित नहीं है और मुस्लिम समुदाय के खिलाफ नफरत फैलाती है.
पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में ‘द केरल स्टोरी’ पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है और तमिलनाडु में प्रदर्शकों ने इसे सिनेमाघरों से वापस ले लिया है, लेकिन फिल्म अभी भी व्यावसायिक रूप से सफल रही है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में फिल्म निर्माता विपुल अमृतलाल शाह ने दावा किया कि सच्चाई को उजागर करना सर्वोपरि था. लोग यह दावा करने की कोशिश कर रहे हैं कि यह फिल्म नकली है, निर्माता झूठ बोल रहे हैं और फिल्म गंदी है, जो ऐसा नहीं है.
शाह ने कहा कि फिल्म सिर्फ तीन लड़कियों की कहानी से बड़ी है. शाह ने इस अवसर आर्ष विद्या समाज आश्रम को 51 लाख रुपये का दान करने की घोषणा की, जो धर्म परिवर्तन से बचे लोगों की देखभाल करता है. निर्माताओं ने फिल्म के कलाकारों के साथ मीडिया से बातचीत करने के लिए आश्रम की 26 लड़कियों को भी आमंत्रित किया. गौरतलब है कि ‘द केरल स्टोरी’ राज्य की महिलाओं के एक समूह की कहानी है, जो इस्लाम में परिवर्तित हो जाती हैं और जिहादी समूह आईएसआईएस में शामिल हो जाती हैं.