हिन्दी सिनेमा के स्टार एक्टर विवेक ओबेरॉय के साथ हाल ही में एक करोड़ 55 लाख 72 हज़ार 814 रुपए की ठगी हुई है. इस मामले में आरोप एक्टर के ही पूर्व बिजनेस पार्टनर संजय साहा पर लगे हैं, जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है.
बताया जा रहा है कि, विवेक की फर्म, ओबेरॉय मेगा एंटरटेनमेंट एलएलपी ने सीए देवेन बाफना को आनंदिता एंटरटेनमेंट एलएलपी के पार्टनर- संजय साहा, नंदिता साहा, राधिका नंदा और अन्य के खिलाफ जुलाई में उनकी ओर से पुलिस शिकायत दर्ज कराई थी.अभिनेता ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि आरोपियों ने मुनाफा होने का वादा करके उनसे एक इवेंट मैनेजमेंट और फिल्म प्रोडक्शन फर्म में निवेश कराया था, लेकिन बाद में आरोपी ने कथित तौर पर इस पैसे का इस्तेमाल गलत फायदे के लिए किया.
इस बारे में बात करते हुए विवेक ओबेरॉय के चार्टर अकाउंटेंट देवेन बाफ़ना ने पुलिस को बताया की एक्टर की कंपनी ऑर्गेनिक एलएलपी की स्थापना साल 2017 में हुई थी यह कंपनी ऑर्गेनिक का उत्पादन करना उसको ख़रीदना और बेचने का व्यापार करती थी. इस व्यापार में जब फ़ायदा नहीं नज़र आया तो विवेक ओबरॉय इसे बंद करने की योजना बना रहे थे, लेकिन अभिनेता ने 2020 में फिल्म उद्योग में व्यवसाय करने के लिए साहा के साथ साझेदारी कर ली.दोनों की एक फ़ाइव स्टार होटल में मीटिंग हुई जहां कैसे क्या करना है उसपर फैसले लिए गए. और फिर संजय सहा की आनंदिता एंटरटेनमेंट LLP के माध्यम से फ़िल्म बनाने का तय किया.
बफ़ाना ने आगे पुलिस को बयान में यह बताया की विवेक ओबेरॉय ने संजय सहा की कंपनी में साल 2020 से 2021 के बीच अलग अलग समय पर 95,72,814 रुपए का निवेश किया. इसके बाद सहा की कंपनी ने मार्च 2021 में बॉलिवुड अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्धिकी के साथ मिलकर फ़िल्म बनाने का प्लान बनाया. उस समय विवेक ओबरॉय और सहा दोनों मौजूद थे. विवेक ओबरॉय ने इसके बाद अपनी कंपनी के माध्यम से नवाजुद्दीन को 51 लाख रुपये दिये इसके अलावा लेखक और निर्देशक को भी पैसे विवेक ने ही दिये. इस फ़िल्म के बनाने के बाद उसे OTT पर रिलीज़ करने को लेकर विवेक ओबरॉय और संजय सहा में बातचीत चल रही थी की यह पता चला कि संजय सहा ने आनंदिता एंटरटेनमेंट LLP से कुछ पैसे ख़ुद के निजी काम के लिये निकाला है.