हिन्दी सिनेमा के महान अभिनेता राज कपूर (Raj Kapoor) के दीवाने दुनिया भर में हैं। उन्होंने फिल्मों में अपने अभिनय से लोगों के दिलों पर एक अलग छाप छोड़ी है। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि फिल्मी दुनिया में कदम रखने से पहले वह मजदूरी का काम करते थे।
जी हाँ, आप बिल्कुल सही सुन रहे हैं। दरअसल, राज कपूर (Raj Kapoor) के पिता पृथ्वीराज कपूर चाहते थे कि वह शून्य से शुरुआत करें और जिंदगी को समझें। अपने इसी विचार के तहत उन्होंने राज कपूर को बॉम्बे टॉकीज में मजदूरी का काम दिला दिया।
इस दौरान राज कपूर फिल्मों के सेट पर सफाई करने से लेकर सामानों को एक जगह से दूसरे जगह तक ले जाने का काम करते थे और एक हस्ती का बेटा होने के बावजूद उन्हें यह करने में शर्मिंदगी महसूस नहीं होती थी।
यहाँ तक कि वह खाना भी अपने साथी मजदूरों के साथ खाते थे। लेकिन, कभी-कभी उन्हें इस बात से काफी दुख होती थी कि उनके दोस्त फिल्मों में हीरो का काम कर रहे हैं और वह सफाई का।
राज कपूर को अपने इस हालत को देख पर एक दिन काफी गुस्सा आया और उन्होंने अपने हाथ में पकड़े हथौड़े से फिल्म के सेट को तोड़ दिया। इस घटना के बाद भी उनसे किसी ने कुछ नहीं कहा।
लेकिन, यदि यही काम किसी दूसरे शख्स ने किया होता, तो उसकी नौकरी चली जाती। हालांकि, राज कपूर ने अपनी इस गलती से सीख ली और कभी दोबारा ऐसा नहीं किया।
इसके बजाय, उन्होंने पूरी मेहनत और लगन से काम किया और बॉलीवुड को एक नई ऊँचाई दी। मुख्य अभिनेता के तौर पर उनकी पहली फिल्म नीलकमल थी। 1946 में आई इस फिल्म में उनके साथ मधुबाला थीं और पर्दे पर यह फिल्म सुपरहिट साबित हुई।
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