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मासिक आर्काइव: मई 2021

इम्यूनिटी को बूस्ट करने में मददगार है यह खास चॉकलेट

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Chocolates

बच्चे हों या बड़े, चॉकलेट (Chocolates) सबका पसंदीदा होता है। विशेषज्ञ कई चॉकलेट को स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक भी बताते हैं। 

विशेषज्ञों की मानें, तो यह हमारे लिए स्ट्रेस बस्टर का काम करता है और साथ ही यह ब्लड शरीर के रक्तचाप को नियंत्रित करने में भी कारगर है।

हाल ही में एक ऐसी चॉकलेट (Chocolates) बाजार में आई है, जो आपको न सिर्फ अपने तनाव को दूर करने में मदद करती है, बल्कि आपको अपने शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने और अनिद्रा जैसी परेशानियों में भी मदद करती है।

Chocolates

इस चॉकलेट का नाम है अवेसम (AWSUM Chocolates)। बताया जा रहा है कि इस चॉकलेट को आयुर्वेद से प्रेरित होकर, जड़ी-बूटियों से बनाया गया है। बाजार में इस चॉकलेट के चार वेरिएंट लाए गए हैं। इस चॉकलेट को युवाओं को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है।

आज काम के अत्यधिक तनाव के कारण लोग कई बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। ऐसे में यह चॉकलेट लोगों के लिए मददगार साबित हो सकती है।

बाजार में यह चॉकलेट आसानी से उपलब्ध होने के साथ-साथ अमेजन और फ्लिपकार्ट जैसे ई-कॉमर्स साइटों पर भी उपलब्ध है।

इस चॉकलेट में  अश्वगंधा, आंवला, हल्दी, गिलोय और अदरक जैसे प्राकृतिक गुणों से भरपूर पदार्थों का इस्तेमाल किया गया है और यह भारतीय फूड स्टैंडर्ड के मानकों पर बिल्कुल खरी उतरती है। इस चॉकलेट को बच्चों को भी खिलाया जा सकता है।

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Blood Pressure

हाई ब्लड प्रेसर (Blood Pressure) के मरीजों के लिए एक्सरसाइज अनिवार्य है। इससे आप दवाइयों के अत्यधिक इस्तेमाल से बच सकते हैं।

बता दें कि शारीरिक श्रम के कारण आपको अपने ब्लड प्रेशर या हाइपरटेंशन को कंट्रोल रखने में मदद मिलती है। 

इसके अलावा इससे आपको अपने वजन को कम करने और मानसिक तनाव से भी दूर रहने में मदद मिलती है। 

आज हम आपको कुछ जरूरी एक्सरसाइज के बारे में बता रहे हैं:

कार्डियो एक्सरसाइज

इस एक्सरसाइज को दिल के मरीजों के लिए सबसे जरूरी माना जाता है। इससे शरीर में ब्लड फ्लो नियंत्रित रहती है। इसकी शुरुआत आप जंपिंग या पीटी एक्सरसाइज के जरिए कर सकते हैं। इसके अलावा, वॉकिंग, रस्सी कूद, डांस, स्विमिंग, साइक्लिंग के जरिए भी इस एक्सरसाइज को किया जा सकता है।

Blood Pressure

स्ट्रेंथ ट्रेनिंग 

इससे आपको अपने शरीर की कैलोरी को बर्न करने में मदद मिलती है, जो उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure) वाले मरीजों के लिए जरूरी है। इसके अलावा, इससे आपकी मांसपेशियां और हड्डियां भी मजबूत होती है। इस एक्सरसाइज को करने के लिए आपको ट्रेनर की जरूरत पड़ सकती है।

स्ट्रेचिंग 

आप अपने हर सुबह की शुरुआत स्ट्रेचिंग से भी कर सकते हैं। इससे आपको रक्त प्रवाह को संतुलित बनाए रखने में मदद मिलती है। आप योग आसनों द्वारा भी स्ट्रेचिंग  कर सकते हैं। 

सीढ़ियों का उपयोग करें

अपने ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए आप सीढ़ियों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे काफी कैलोरी बर्न होती है और इसका सीधा फायदा आपके दिल को होता है। 

कुछ जरूरी बातें – 

  • हर हफ्ते कम से कम ढाई घंटे शारीरिक श्रम करें।
  • फ्लेक्सिबिलिटी और स्ट्रेंथ एक्सरसाइज पर जोर दें।
  • हफ्ते में कम से कम पाँच दिन एक्सरसाइज करें।
  • जरूरत पड़ने पर डॉक्टरी सलाह लें।

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Whatsapp

इंस्टेस्ट मैसेजिंग एप व्हाट्सएप (Whatsapp) जल्द ही अपने उपयोगकर्ताओं के लिए ऑनलाइन पेमेंट की सुविधा प्रदान करने वाला है। बता दें कि फेसबुक के स्वामित्व वाली इस कंपनी ने ऑनलाइन पेमेंट प्लेटफॉर्म को 2020 में शुरू किया था।

लेकिन, बताया जा रहा है कि वाट्सएप (Whatsapp) निकट भविष्य में इसमें बदलाव लाने जा रही है, जिसके तहत सभी उपभोक्ता बिना पेमेंट रिक्वेस्ट के सीधे यूपीआई पेमेंट कर सकते हैं।

फिलहाल, आप व्हाट्सएप द्वारा अपने  कॉन्टैक्ट्स को पेमेंट रिक्वेस्ट कर सकते हैं, लेकिन कंपनी उपयोगकर्ताओं की पेमेंट रिक्वेस्ट पर निर्भरता को खत्म करना चाहती है। 

Whatsapp

बता दें कि इस सुविधा के विकसित हो जाने के बाद, आप काफी आसानी से यूपीआई पेमेंट सिस्टम को कॉन्फ़िगर कर सकते हैं और अपने बैंक अकाउंट को अटैच कर सकते हैं।

हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि व्हाट्सएप अपनी यह सुविधा कब तक जारी करेगी।

इसके अलावा, व्हाट्सएप (Whatsapp) अपने उपभोक्ताओं को अपनी नई नीतियों को भी अपडेट करने के लिए कह रही है। कंपनी की नई पॉलिसी 15 मई 2021 से जारी हुई है। कंपनी ने स्पष्ट किया है कि यदि कोई यूजर इस नीति को स्वीकार नहीं करता है, तो वह एप के इस्तेमाल को बंद करने के लिए स्वतंत्र है। साथ ही, वह एप की सभी सुविधाओं का लाभ भी नहीं उठा पाएगा।

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Vitamin C

घातक कोरोना वायरस के असर को कम करने के लिए अपनी इम्यूनिटी को मजबूत रखना जरूरी है। इसके लिए आज योगा, एक्सरसाइज और हेल्दी खाने का महत्व काफी बढ़ गया है। शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए विटामिन सी (Vitamin C) काफी अहम है। लेकिन, आज के दौर में, कई लोग बिना किसी डॉक्टरी परामर्श के इसके सप्लीमेंट का भरपूर इस्तेमाल कर रहे हैं।  

लेकिन, विटामिन-सी (Vitamin C) के अत्यधिक इस्तेमाल से आपको कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

Vitamin C

डॉक्टर बताते हैं कि इससे आपको सीने में जलन की समस्या हो सकती है। साथ ही, पेट फूलने, मरोड़, ऐंठन जैसी समस्या भी आम है।

इसके अलावा, विटामिन-सी के अधिक इस्तेमाल से आपकी किडनी पर भी काफी बुरा असर हो सकता है और इसमें स्टोन के बनने और बढ़ने का खतरा रहता है।

डॉक्टरों के अनुसार, इन संभावित खतरों के अलावा आपको डायरिया का भी खतरा हो सकता है। 

इसके अलावा, सिर दर्द, बैचेनी और उलझन जैसी समस्या आम है।

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Raisins,

आज समस्त मानवजाति कोरोना महामारी से जूझ रही है। इस खतरनाक वायरस के असर को कम करने के लिए शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना देना जरूरी है। लोग अपनी इम्यूनिटी को बढ़ाने के लिए कई घरेलू उपाय कर रहे हैं, इस कड़ी किशमिश (Raisins) का इस्तेमाल भी काफी कारगर साबित हो सकता है।

किशमिश (Raisins) आपके शरीर को एक नई ऊर्जा देने के साथ ही, आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है। 

बता दें कि किशमिश को अंगूर को सूखा कर बनाया जाता है और इसमें भारी मात्रा में प्रोटीन, वसा, फाइबर, कॉपर, आयरन और कैलोरी होते हैं।

किशमिश (Raisins) को दूख के साथ खाने से आपको और भी ज्यादा फायदे देखने को मिलते हैं और इससे आपकी कमजोरी दूर होती है।

Raisins

किशमिश में कैल्शियम भी काफी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जिससे आपकी हड्डियों और दांतों को मजबूती मिलती है।

साथ ही, रोजाना किशमिश (Raisins) के सेवन से आपके आँखों की रोशनी बढ़ती है और मोतियाबिंद का खतरा कम होता है। क्योंकि, किशमिश में विटामिन ए और बीटी केरोटिन जैसे पोषक तत्व भी पाए जाते हैं।

यदि आपको खून की कमी है, तो हर दिन 30-50 ग्राम किशमिश खाने से आपकी यह कमी भी दूर हो सकती है। क्योंकि, किशमिश में काफी मात्रा में आयरन पाया जाता है, जो आपके शरीर में खून की मात्रा को बढ़ाता है।

इसके अलावा, किशमिश में पाए जाने वाले फाइबर से आपकी पाचन क्रिया मजबूती होती है औप आपको कब्ज, गैस और अपच जैसी समस्याओं से राहत मिलती है।

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Kahwa

अपनी दैनिक थकान को दूर करने के लिए हर दिन चाय या काढ़े का इस्तेमाल करते हैं। आज के दौर में ब्लैक टी, ग्रीन टी, हर्बल टी का चलन काफी बढ़ गया है, जो हमारी सेहत के लिए काफी अच्छी होती है। इस कड़ी में, आज हम आपको कश्मीरी कहवा (Kashmiri Kahwa) यानी बादाम का कहवा के बारे में बताने जा रहे हैं। कश्मीर में इसका इस्तेमाल सर्दी से बचने के लिए किया जाता है। वैसे तो इसका सेवन चाय-कॉफी के रूप में ही होता है, लेकिन इसके फायदे उससे कहीं बढ़ कर हैं।

बता दें कि कश्मीरी कहवे (Kashmiri Kahwa) का इस्तेमाल नास्ते के दौरान किया जाता है और इसमें ग्रीन टी, दालचीनी, इलायची, केसर और लौंग जैसे कई पोषक पदार्थ मिले होते हैं। इसे और अधिक स्वादिष्ट बनाने के लिए इसमें बादाम, अखरोट और सूखे मेवे को भी ऊपर से मिलाया जाता है। 

(Kashmiri Kahwa)

इस कहवे में कई एंटीऑक्सीडेंट और एंटी टॉक्सिन गुण मौजूद होते हैं, जो शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है और हमें कई मौसमी बीमारियों से दूर रहने में मदद करती है।

साथ ही, यह ब्लड सुगर को नियंत्रित करने और वजन को कम करने में भी कारगर है। इसके अलावा, यह हमारी त्वचा के लिए भी काफी गुणकारी है और यह शरीर में प्रोटीन का मात्रा को भी बनाए रखने में सक्षम है।

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WHO

आज पूरी दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही है। इसकी रोकथाम के लिए डॉक्टर लोगों को शुरू से ही मास्क की अहमियत समझा जा रहे हैं। इस खतरना वायरस से बचाव के लिए लोग मास्क पहन भी रहे हैं। लेकिन, यह जानना जरूरी है कि किस तरह का मास्क इससे बचाव में कारगर है। इस विषय में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने एक दिशानिर्देश जारी करते हुए मेडिकल मास्क और फैब्रिक मास्क को लेकर विस्तृत जानकारी दी है।

डब्ल्यूएचओ (WHO) के इस दिशानिर्देश के अनुसार, हेल्थ वर्कर्स के लिए मेडिकल मास्क यानी सर्जिकल मास्क जरूरी है। साथ ही, इस मास्क का इस्तेमाल वैसे लोग भी कर सकते हैं, जो खुद में कोरोना वायरस के लक्षण को महसूस कर रहे हैं और उन्हें अपने करीबियों को इससे बचाने की चिंता है।

डब्ल्यूएचओ का मानना है कि हाई रिस्क जोन में लोगों के लिए एक मीटर की सामाजिक दूरी बनाए रखना मुश्किल है, ऐसे में उन्हें सर्जिकल मास्क पहनने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा, 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोग की इस मास्क का इस्तेमाल कर सकते हैं।

WHO

भारत जैसे बड़ी आबादी वाले देश में मास्क की कमी को पूरा करना आसान नहीं है। इसी को देखते हुए फैब्रिक मास्‍क यानी कपड़े के मास्क का चलन काफी बढ़ गया है।

डब्ल्यूएचओ के अनुसार, कपड़े के मास्क का इस्तेमाल वैसे लोगों को करनी चाहिए, जिनमें कोरोना वायरस के कोई लक्षण नहीं दिख रहे हैं या एक मीटर की सामाजिक दूरी को बनाए रखने योग्य क्षेत्र के अलावा मेट्रो, बस और ऑफिस में भी पहना जा सकता है।

इसके अलावा, संगठन का कहना है कि मास्क को नियमित रूप से धोना चाहिए, नहीं तो संक्रमण के खतरा बढ़ जाता है।

मास्क लगाने से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण टिप्स:

  1. मास्क को नियमित रूप से साफ करें।
  2. मास्क लगाने से पहले हाथ को साफ करें।
  3. मास्क से नाक और मुँह को अच्छी तरह से ढंकें।
  4. मास्क को बार-बार हाथों से न छुएं।
  5. मास्क छूने से पहले हाथों को सैनिटाइज करें।
  6. मास्क को हमेशा कान की ओर पकड़कर उतारें।
  7. मास्क को उतारते ही धोएं।
  8. मास्क छूने के बाद हाथों को सैनिटाइज करें।
  9. कपड़ों के मास्क को गर्म पानी या साबुन से साफ करें।

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मधुमेह रोगियों के लिए असरदार इलाज है केल का जूस

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Kale Juice

मधुमेह रोगियों के लिए केल का जूस (Kale Juice) एक रामबाण इलाज है। इसके नियमित इस्तेमाल से आपके शरीर में चीनी की मात्रा सीमित रहती है। साथ ही, यह रक्तचाप को भी नियंत्रित रखती है। 

बता दें कि केल के जूस (Kale Juice) में विटामिन सी प्रचुर मात्रा में उपलब्ध होती है, जो आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। 

केल में बीटा-कैरोटीन और विटामिन सी जैसे एंटीऑक्सीडेंट होने के साथ ही कई फ्लेवोनोइड और पॉलीफेनोल होते हैं, जो आपको हमेशा ऊर्जावान रखते हैं। 

Kale Juice

इसके अलावा, केल का जूस शरीर में कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित कर, पाचन तंत्र को भी मजबूत करती है।

जैसा कि शरीर के लिए विटामिन जरूरी पोषक तत्व है। यह हमें ब्लड क्लॉटिंग से सुरक्षित रखता है। केल के जूस में विटामिन ई भी काफी मात्रा में पाया जाता है, जो शरीर में कैल्शियम की मात्रा को बनाए रखता है।

इसके अलावा, यदि आप अधिक वजन की समस्या से जूझ रहे हैं, तो यह उसके लिए भी काफी कारगर इलाज है। पानी की अधिक मात्रा के कारण, केल में ऊर्जा का घनत्व कम होते है, जो आपको अपनी वजन को कम करने में मदद करते हैं।

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फोन बताएगा आपको बुखार तो नहीं है, जानिए कैसे?

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Itel

मोबाइल निर्माता कंपनी आईटेल (Itel) ने हाल ही में फिट थर्मो नाम के एक फोन को लांच किया है। इस फोन की खासियत यह है कि इससे आप अपने शरीर के तापमान को आसानी से माप सकते हैं। 

इस फोन की कीमत महज 1049 रुपये है और कोई दिक्कत होने पर आप इसे एक सौ दिनों के अंदर बदल सकते हैं। साथ ही, फोन पर एक साल की वारंटी मिलती है। 

इस फोन के जरिए आपकी तबियत अगर ठीक नहीं लग रही है, तो आप तुरंत चेक कर सकते हैं कि आपको बुखार तो नहीं है। ऐसे में यह मोबाइल कोरोना महामारी के दौर में लोगों के लिए काफी मददगार साबित हो सकता है।

Itel

बता दें कि आईटी2192टी थर्मो मॉडल के इस फोन को कंपनी के हेल्थ सीरीज आईटेल-फिट (Itel Fit) के अंतर्गत लांच किया गया है। फोन में डिस्प्ले 1.8 इंच का है। यह फोन मिडनाइट ब्लैक, डीप ब्लू और लाइट ब्लू जैसे तीन रंगों के विकल्प में आता है और इसमें अंग्रेजी, हिंदी, पंजाबी, बंगाली, तमिल, तेलगू, कन्नड़, गुजराती जैसी 8 भाषाएं सपोर्ट करती है।

फोन में डी5 लेड की टॉर्च है और इसमें एक हजार एमएच की बैटरी लगी है, जो एक बार चार्ज करने के बाद चार दिनों तक चलता है। साथ ही, फोन में रियर कैमरा, रिकॉर्डिंग और वायरलेस एफएम जैसे फीचर्स भी हैं। 

इस फोन में इनबिल्ट टेम्परेचर सेंसर लगा है, जो कैमरे के पास लगा है। यह फोन सेल्सियस और फारेनहाइट, दोनों में आपको अपने शरीर का तापमान बताएगा। एक और खासियत यह है कि टेम्परेचर जाँचने के बाद, यह रिजल्ट को आपको बोलकर भी बताएगा।

इस फोन में दो सिम कार्ड सकते हैं और आप इसमें दो हजार कॉन्टैक्ट्स सेव कर सकते हैं।

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शरीर के लिए रोजाना 5 ग्राम नमक पर्याप्त: WHO

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WHO

नमक के बिना हमारा खाना अधूरा है, लेकिन इसके अधिक इस्तेमाल से हमारे शरीर को काफी नुकसान हो सकता है और हम कई गंभीर बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं। इन्हीं चुनौतियों को देखते हुए, वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने एक नया दिशा-निर्देश जारी किया है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि हमें एक दिन में पाँच ग्राम से अधिक नमक का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।

रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि आज पूरी दुनिया में लोग इससे दोगुना अधिक (लगभग 9 ग्राम से 12 ग्राम) नमक का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिससे हर साल लाखों लोगों की मौत हो रही है।

WHO

डब्ल्यूएचओ (WHO) के अनुसार, यदि नमक के दैनिक इस्तेमाल को नियंत्रित किया जाए, तो हर साल कम से कम 2.5 मिलियन से अधिक लोगों की जान बच सकती है।

विशेषज्ञों का मानना है कि मानव शरीर में सोडियम और पोटेशियम का बैलेंस होना काफी अहम है। यदि सोडियम के साथ पोटेशियम का अधिक इस्तेमाल किया जाए, तो रक्तचाप, हृदय संबंधित बीमारियां और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है और शरीर की हड्डियां कमजोर होने लगती है। कई बार परिस्थितियां इतनी गंभीर हो जाती है कि इससे मौत भी हो सकती है।

जैसा कि शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने और ब्लड प्रेशर को संतुलित करने के लिए नमक का इस्तेमाल जरूरी है, लेकिन पैकेज्ड और प्रोसेस्ड फूड में काफी मात्रा में नमक होती है, जिससे बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में नमक के लेवल को संतुलित करने के लिए, इन खाद्य पदार्थों से परहेज जरूरी है।

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